Rakesh Jhunjhunwala Biography in Hindi – राकेश झुनझुनवाला को भारत का “Big Bull” और “Warren Buffet” भी कहा जाता है, यह एक स्टॉक मार्किट इन्वेस्टर भी है, निवेशक एवं शेयर में इनकी रूचि बचपन से थी, जिसकी वजह से इन्होंने बिज़नेस में 5000 रुपया लगाकर उसको 18, 000 करोड़ तक पंहुचा दिया और भारत के सबसे आमिर (48वें नंबर पर) ब्यक्ति बन गए। इस पोस्ट में आपको राकेश झुनझुनवाला के जीवन से जुडी सभी जानकारी हिन्दी में प्राप्त करेंगे।
राकेश हमेशा कहते है कि हमें अपने आप की गलतियों से ही सब कुछ सीखना चाहिए, वो कहते है की उनको उनकी गलतियों की वजह से ही बहुत कुछ सीखने को मिला है, इसमें कंपनियों के प्रमोटरों दोषी नहीं है वो अपने को भी दोषी मानतें है, वो कहते है की प्रमोटर वह है जिसको मुझे पहचानना होगा और निवेशको का निवेश करते हुए खुद पर भरोसा रखना बहुत जरुरी होता है।
झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। इनके पिता एक इनकम टैक्स अफसर हुआ करते थे, जो की स्टॉक मार्किट में खूब दिलचस्पी रखते थे, जिसकी वजह से झुनझुनवाला छोटे पर से अपने पिता के साथ स्टॉक के बारे में डिसकस किया करते थे, और उनकी सारी बातें सुना करते थे। एक दिन राकेश ने अपने पिता से पूछा की शेयर मार्किट में भाव ऊपर नीचे क्यों होते है? तब उनके पिता ने उनसे कहा था की तुम न्यूज़ पेपर पढ़ा करो तुमको पूरी जानकारी हो जायेगी, यहीं से इन्होने शेयर मार्किट का पहला लेशन सीखा था।
राकेश झुनझुनवाला ने अपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढाई पूरी करने के बाद अपने पिता से शेयर मार्किट की दुनिया में जाने को कहा था, उस समय उनके पिता ने पैसे देने के लिए साफ साफ मना कर दिया था, क्योंकि वो जानतें थे की शेयर मार्किट बच्चों का खेल नहीं है इसलिए उन्होंने राकेश को इस दुनिया में जाने के लिए पैसे नहीं दिए।
बताया जाता है की बाद में इनके पिता ने इनसे कहा था की तुम शेयर मार्किट में अपने दोस्तों से पैसे लेकर लगाओ। ऐसे करते – करते कुछ समय बीत गया और राकेश अपनी जिद्द पर अड़े रहे की उनको शेयर मार्किट की दुनिया में ही जाना है, ऐसे कहते और करते वर्ष 1985 आ गया तब जाकर इन्होने शेयर बाजार में कदम रखा।
उस ज़माने में BSE Sensex 150 अंक हुआ करता था, राकेश शेयर मार्किट आ तो गए थे, मगर उनके पास शेयर में लगाने को पैसे नहीं थे, फिर इन्होने अपनी बचत से जितना हो सका उतने का इंतजाम किया सब कुछ करने के बाद इनके पास ५००० थे, जिसको लगाकर इन्होने अपना पहला निवेश Share Market में किया था।
वर्ष 2011 में इन्होने बहुत सारे शेयर खरीदे, समय के साथ इनके दाम गिर गए और झुनझुनवाला को काफी नुकशान झेलना पड़ा बाद में इन्होने अगले वर्ष में इसकी भरपाई कर ली थी ऐसे करते करते यह 5000 रूपये से 18000 करोड़ के मालिक बन गए।
आज शेयर मार्किट में इनसे बड़ा कोई निवेशक एवं शेयर व्यापारी नहीं है इन्होने देश और दुनिया में खूब नाम कमाया है यह बहुत लोगों के लिए एक मिसाल के तौर देखे जाते है इनके बारे में इंटरनेट पर कई स्टोरीज , ब्लॉग, वीडियो उपलब्ध है जिनको लोग आये दिन पढ़ते रहते है।
भारत के सबसे आमिर ब्यक्ति मुकेश अम्बानी की जीवनी